खान सर की तबीयत बिगड़ी: अस्पताल में भर्ती

बिहार के प्रसिद्ध यूट्यूब शिक्षक खान सर की हाल ही में तबीयत खराब हो गई है। उन्हें डिहाइड्रेशन और बुखार के कारण पटना के प्रभात मेमोरियल अस्पताल में भर्ती कराया गया। यह घटना तब हुई जब वह बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के उम्मीदवारों के आंदोलन में शामिल हुए थे। उनके अस्पताल में भर्ती होने के साथ ही एक और विवाद ने जन्म लिया, जब उनके ट्विटर हैंडल से एक फर्जी पोस्ट शेयर की गई। इस मामले में पटना पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है।

बीपीएससी आंदोलन में खान सर का समर्थन

खान सर, जो बिहार के छात्रों के बीच एक प्रेरणादायक शिक्षक के रूप में प्रसिद्ध हैं, हाल ही में बीपीएससी के उम्मीदवारों के आंदोलन में भाग लेने पहुंचे थे। यह आंदोलन 13 दिसंबर को होने वाली बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा के नियमों में बदलाव के खिलाफ था। 6 दिसंबर को, जब यह प्रदर्शन जोर पकड़ रहा था, खान सर छात्रों के साथ मिलकर सड़कों पर उतरे और उनके समर्थन में आवाज उठाई। उनके इस कदम से छात्रों में उत्साह और बढ़ गया था, और उन्होंने उन्हें एक नेता के रूप में स्वीकार किया।

खान सर की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती

7 दिसंबर को यह खबर आई कि खान सर की अचानक तबीयत बिगड़ गई और उन्हें इलाज के लिए पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया गया कि उन्हें डिहाइड्रेशन और बुखार के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया था। हालांकि, अब उनकी स्थिति स्थिर है और डॉक्टरों की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है। खान सर के अस्पताल में भर्ती होने की खबर से उनके लाखों प्रशंसकों में चिंता फैल गई थी, लेकिन अब यह पुष्टि हो गई है कि उनकी हालत में सुधार हो रहा है।

पटना में पुलिस की कार्रवाई और खान सर की गिरफ्तारी की अफवाह

बीपीएससी के उम्मीदवारों द्वारा 6 दिसंबर को किया गया प्रदर्शन पटना में स्थित बीपीएससी कार्यालय के बाहर उग्र रूप में बदल गया। सैकड़ों छात्र इकट्ठा हुए और परीक्षा के नियमों में बदलाव के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया। प्रदर्शन के दौरान, पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज भी किया, जिसके बाद प्रदर्शन और बढ़ गया।

इस घटना के बाद, यह खबर आई कि पुलिस ने खान सर को हिरासत में ले लिया था। हालांकि, कुछ समय बाद यह भी बताया गया कि जब बड़ी संख्या में छात्र पुलिस स्टेशन के बाहर इकट्ठे हुए और उनकी रिहाई की मांग की, तो पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया। इस घटना के बाद, खान सर के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर अफवाहों का विरोध किया, और स्पष्ट किया कि खान सर को गिरफ्तार नहीं किया गया था।

सोशल मीडिया पर फर्जी पोस्ट और कानूनी कार्रवाई

7 दिसंबर 2024 को, खान सर के ट्विटर हैंडल ‘खान ग्लोबल स्टडीज’ पर एक विवादित फोटो शेयर की गई, जिसमें वे पुलिस अधिकारियों के साथ दिख रहे थे। इस फोटो के साथ यह दावा किया गया कि यह तस्वीर खान सर की गिरफ्तारी के समय की है। हालांकि, यह फोटो पूरी तरह से फर्जी थी और उसे देखकर सोशल मीडिया पर अफवाहों का दौर शुरू हो गया। कई लोगों ने इस फोटो को सच मान लिया और यह अफवाह फैल गई कि खान सर को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पटना पुलिस ने इस फर्जी पोस्ट की पुष्टि की और बताया कि खान सर की गिरफ्तारी या हिरासत में लेने की कोई बात नहीं है। पटना के एसएसपी, राजीव मिश्रा ने इस अफवाह का खंडन किया और कहा कि खान सर को गिरफ्तार नहीं किया गया था। इस फर्जी पोस्ट को खान सर के सोशल मीडिया अकाउंट से हटा लिया गया है और पुलिस ने इस मामले में कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।

पुलिस ने खान सर के खिलाफ फैलाई गई झूठी खबरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। ‘खान ग्लोबल स्टडीज’ अकाउंट को खान सर की टीम का आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट माना जा रहा है। इस अकाउंट से शेयर की गई फर्जी फोटो के बाद पुलिस ने पूरी जांच शुरू कर दी है और आरोपियों के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया अपनाई जा रही है।

खान सर का यह सोशल मीडिया अकाउंट उनके लाखों छात्रों और समर्थकों से जुड़ा हुआ है, और यह अकाउंट छात्रों के बीच हमेशा सक्रिय रहता है। हालांकि, इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर यह सवाल उठने लगा कि क्या किसी ने जानबूझकर खान सर के खिलाफ साजिश रची है या यह महज एक दुर्घटना है। पुलिस ने इस बारे में अभी तक कोई ठोस जानकारी नहीं दी है, लेकिन यह साफ है कि इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

खान सर का योगदान और उनके प्रति समर्थन

खान सर का बिहार में और देशभर में एक बहुत बड़ा फैन बेस है। उनके यूट्यूब चैनल ‘खान ग्लोबल स्टडीज’ पर लाखों छात्र आते हैं, जहां वे आसान और प्रभावी तरीके से पढ़ाई कराते हैं। उनका शिक्षण तरीका हमेशा छात्रों को आकर्षित करता है, और उनकी शिक्षा में सरलता और गहराई दोनों का संतुलन होता है।

खान सर के सामाजिक कार्यों के कारण भी उनकी छवि एक समाजसेवी के रूप में बन चुकी है। वे हमेशा छात्रों के हक के लिए आवाज उठाते हैं, और शिक्षा क्षेत्र में सुधार की मांग करते हैं। उनका आंदोलन और बीपीएससी के छात्रों के साथ खड़ा होना इसी प्रतिबद्धता का परिणाम है। उनकी यह पहल छात्रों को प्रेरित करती है और वे उन्हें एक रोल मॉडल के रूप में देखते हैं।

खान सर की तबीयत में सुधार होने के बाद उनके समर्थक यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि आगे वे क्या कदम उठाएंगे। क्या वे बीपीएससी के नियमों में बदलाव को लेकर और अधिक आंदोलित होंगे? या फिर वे अपने शिक्षण कार्य में और अधिक सक्रिय रहेंगे? फिलहाल, खान सर के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है और यह उम्मीद की जा रही है कि वे जल्द ही अपने काम पर लौटेंगे।

सर की तबीयत बिगड़ने और अस्पताल में भर्ती होने के साथ-साथ उनके खिलाफ फैलाई गई फर्जी खबरों ने एक नया विवाद उत्पन्न किया है। हालांकि, पटना पुलिस ने इन अफवाहों को खारिज किया है और कानूनी कार्रवाई शुरू की है। खान सर की तबीयत अब स्थिर है और उन्हें जल्द ही अस्पताल से छुट्टी मिलने की उम्मीद है। उनका योगदान शिक्षा और समाज में अहम है, और उनके लाखों छात्र उनकी वापसी का इंतजार कर रहे हैं। इस घटना से यह साफ है कि सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए और सच्चाई जानने के लिए हमेशा सही स्रोत से जानकारी लेनी चाहिए।

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